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खॊड | बाग | English Adaptation नीसा ऩरयवाय की ओय से २० याम ३६,५००+ कू र ९३,५०,०००+ शिाथी आज ही सदम फननए! NISA से जुड़िमे अपोडेफर शरॊग कभडेफर रननग नेिनर इडडऩेडे डट कूस एरामॊस (NISA) बायत के उन सबी फजट ाईवेट कू र (फीऩीएस) की एकीक त आवाज़ है, जो आथिक तौय ऩय गयीफ रोग तक सती औय गुणवता-ऩूणि शिा ऩह चाने के सॊमुत उेम से जुिे ह ए ह! NISA के एसोशसएट डामयेटय, योहन जोिी, ने हार ही असभ का दौया कमा. उडहने कु छ वरयठ सयकायी अधकारयम से भुराकात की, कू र रीडयशिऩ ऩय एक वकि िॉऩ का सॊचारन कमा, औय कु छ फजट ाइवेट कू र (फीऩीएस) एसोशसएिन से फातचीत की. कु छ झरककमाॉ: . गुवाहाटी के असभी-भामभ फीऩीएस सॊचारक से शभरकय एहसास उडह कतना काभ कयना ऩिता है , महाॉ तक गभी की छु िम बी उडह दाखखर किमा, का फॊधन से जुिे भसरे , सयकायी सवार के जवाफ आद देने ऩिते . गुवाहाटी मुननशसऩर कायऩोयेिन ने कयीफ २०० कू र को सुया भानक नहीॊ ऩूये कयने के शसरशसरे नोटस बेजे थे . , रेककन न तो उन नोटस कहीॊ आवमक भानक का ज़ि था, ना ही उडह कै से ऩूया कमा जामे , उसकी कोई सूचना. भज़े की फात मह है कइॊजननमरयॊग के तीसये वि के एक छा ने कु छ ६० कू र के नभूने के आधाय ऩय मह रयसचि ऩूयी की. हभने नॉन-गवनिभट एजुके िनर इॊटीमुनर (येगुरेिन एॊड भैनेजभट) (एनजीईआई) एट, २००६ असभ, के फाये बी फातचीत की, जसभ कई ऐसे नमभ जो भोटे तौय ऩय शिा इनऩुस ऩय खासा ज़ोय देते , रेककन सीखने के ऩरयणाभ ऩय कोई मान नहीॊ देते . कू र भाशरक ने असभ याम वाया कु छ नमभ सॊिोधन कयाने के शरए यणनीनत तैमाय कयने NISA की भदद भाॉगी है . एक ठोस कामि मोजना के साथ मह फैठक सॊऩडन . . हभने असभ याम फार अधकाय सॊयण आमोग (एएससीऩीसीआय) कअमा नुशभ गोगोई से भुराकात की. आयटीई के किमाडवमन, याम सयकाय की उस सॊदबि भ अवधायणाओॊ औय आमोग के नजी शिा के फाये वचाय को रेकय हभने फातचीत की. नजी औय सयकायी, दोन ही कू र के फच को रेकय उडहने गॊबीय चॊता जताई. हभायी भुराकात एक सकायाभक भोि ऩय आकय सॊऩडन , औय आमोग ने गुवाहाटी के फीऩीएस की सभमाओॊ को सभझने के शरए सीसीएस/NISA के साथ शभरकय काभ कयने की इछा जताई. हभने असभ के ाथशभक शिा सचव चाॉद से बी भुराकात की, औय उनके साथ आयटीई के २५% आयण नमभ से जुिे कु छ आरेख साझा कमे . . असभ ाइवेट कू स एसोशसएिन ने कू र रीडयशिऩ के वम ऩय १५ फीऩीएस वॊशसऩर के साथ शभरकय एक फेहद योचक औय यचनाभक वकि िॉऩ का आमोजन कमा था. ऩॊकज दास, एसोशसएिन अम व वतीम ऩीढ़कू र भाशरक, ने इस वकि िॉऩ के शरए ामोजक सुननचत कमे , औय वह बूतऩूवि बायतीम किके ट खऽरािी ीकाॊत को बी कू र रीडसि से फातचीत कयने के शरए ऽास चेडनई से राने सभ यहे . वकि िॉऩ का सॊचारन कयने से एक ऽास फात का . मादातय कू र रीडसि कू र से जुिे सबी फुननमादी शसाॊत से ऩहरे से ही बरीबाॊनत अवगत थे . असरी चुनौती इन शसाॊत को कू र कै से रागू कमा जाए, मह थी. इन सभमाओॊ से जुिे कु छ के स अममन औय वमॊ कीजएमोग के ज़रयए हभने कु छ वम ऩय फातचीत की. गुवाहाटी जैसे छोटे से िहय फेहद वऩयीत ऩरयथनतम के चरते बी सेवा दाताओॊ , शिक, वॊशसऩर औय कू र भाशरक से फने एक कभिठ तॊ को सबी के शरए अछी णवता वारी शिा के हभाये शभरकय देखे सऩने को ऩयऩय फचाए यखने , फढ़ाने औय सहाया देने के शरए, अऩनी अरग अरग भताओॊ अऩना सविेठ मोगदान देते देखना वाकई दर को छू जाने वारा था. सऩादकीम: असभ डामयी NISA सेिे टेरयएट : असभ वकि िॉऩ के दौयान नीसा कू र रीडसि से फातचीत कयते कृ णाभचायी ीकाॊत

NISAnisaindia.org/newsletter/v01i03-hindi.pdfखड १ | ब गअ ३ | English Adaptation न ऩरयव य क ओय / कभ ड /फर २० य ज म ३६,५००+

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  • खॊड १ | बाग ३ | English Adaptation नीसा ऩरयवाय की ओय से

    २० याज्म ३६,५००+ स्कूर

    ९३,५०,०००+ शिऺाथी आज ही सदस्म फननए! NISA से जुड़िमे

    अपोडफेर स्कूशरॊग कभेंडफेर रननिंग

    नेिनर इन्डडऩेडडडेट स्कूल्स एरामॊस (NISA) बायत के उन सबी फजट प्राईवेट स्कूरों (फीऩीएस) की एकीकृत आवाज़ है, जो आर्थिक तौय ऩय गयीफ रोगों तक सस्ती औय गुणवत्ता-ऩूणि शिऺा ऩहुॉचान ेके सॊमुक्त उदे्दश्म स ेजुि ेहुए हैं!

    NISA के एसोशसएट डामयेक्टय, योहन जोिी, ने हार भें ही असभ का दौया ककमा. उडहोंने कुछ वरयष्ठ सयकायी अर्धकारयमों से भुराकात की, स्कूर रीडयशिऩ ऩय एक वकि िॉऩ का सॊचारन ककमा, औय कुछ फजट प्राइवेट स्कूर (फीऩीएस) एसोशसएिनों से फातचीत की. कुछ झरककमाॉ: १. गुवाहाटी के असभी-भाध्मभ फीऩीएस सॊचारकों से शभरकय एहसास हुआ कक उडहें ककतना काभ कयना ऩिता है, महाॉ तक कक गभी की छुट्टिमों भें बी उडहें दाखखर प्रकिमा, कऺा प्रफॊधन से जिु ेभसरे, सयकायी सवारों के जवाफ आट्टद देने ऩिते हैं. गुवाहाटी म्मनुनशसऩर कायऩोयेिन ने कयीफ २०० स्कूरों को सुयऺा भानक नहीॊ ऩयेू कयने के शसरशसरे भें नोट्टटस बेजे थे. , रेककन न तो उन नोट्टटसों भें कहीॊ आवश्मक भानकों का न्ज़ि था, ना ही उडहें कैसे ऩयूा ककमा जामे, उसकी कोई सूचना. भज़े की फात मह है कक इॊन्जननमरयॊग के तीसये वर्ि के एक छात्र ने कुछ ६० स्कूरों के नभूने के आधाय ऩय मह रयसचि ऩयूी की.

    हभने नॉन-गवनिभेंट एजकेुिनर इॊस्टीट्मशु्नर (येगुरेिन एॊड भैनेजभेंट) (एनजीईआई) एक्ट, २००६ असभ, के फाये भें बी फातचीत की, न्जसभें कई ऐसे ननमभ हैं जो भोटे तौय ऩय शिऺा भें इनऩटु्स ऩय खासा ज़ोय देते हैं, रेककन सीखने के ऩरयणाभों

    ऩय कोई ध्मान नहीॊ देते. स्कूर भाशरकों ने असभ याज्म द्वाया कुछ ननमभों भें सॊिोधन कयाने के शरए यणनीनत तैमाय कयने भें NISA की भदद भाॉगी है. एक ठोस कामि मोजना के साथ मह फठैक सॊऩडन हुई. २. हभने असभ याज्म फार अर्धकाय सॊयऺण आमोग (एएससीऩीसीआय) की अध्मऺा रुनशुभ गोगोई से भुराकात की. आयटीई के किमाडवमन, याज्म सयकाय की उस सॊदबि भें अवधायणाओॊ औय आमोग के ननजी शिऺा के फाये भें ववचायों को रेकय हभने फातचीत की. ननजी औय सयकायी, दोनों ही स्कूरों के फच्चों को रेकय उडहोंने गॊबीय र्च ॊता जताई. हभायी भुराकात एक सकायात्भक भोि ऩय आकय सॊऩडन हुई, औय आमोग ने गुवाहाटी के फीऩीएस की सभस्माओॊ को सभझने के शरए सीसीएस/NISA के साथ शभरकय काभ कयने की इच्छा जताई. हभने असभ के प्राथशभक शिऺा सर्चव श्री चाॉद से बी भुराकात की, औय उनके साथ आयटीई के २५% आयऺण ननमभ से जिुे कुछ आरेख साझा ककमे.

    ३. असभ प्राइवेट स्कूल्स एसोशसएिन ने स्कूर रीडयशिऩ के ववर्म ऩय १५ फीऩीएस वप्र ॊशसऩरों के साथ शभरकय एक फेहद

    योचक औय यचनात्भक वकि िॉऩ का आमोजन ककमा था. ऩॊकज दास, एसोशसएिन अध्मऺ व द्ववतीम ऩीढ़ी स्कूर भाशरक, ने इस वकि िॉऩ के शरए प्रामोजक सुननन्श्चत ककमे, औय वह बूतऩवूि बायतीम किकेट खऽरािी श्रीकाॊत को बी स्कूर रीडसि से फातचीत कयने के शरए ऽास चेडनई से राने भें सऺभ यहे. वकि िॉऩ का सॊचारन कयने से एक ऽास फात का ऻान हुआ. ज़्मादातय स्कूर रीडसि स्कूरों से जिु ेसबी फनुनमादी शसद्ाॊतों से ऩहरे से ही बरीबाॊनत अवगत थे. असरी चनुौती इन शसद्ाॊतों को स्कूरों भें कैसे राग ूककमा जाए, मह थी. इन सभस्माओॊ से जिुे कुछ केस अध्ममनों औय ‘स्वमॊ कीन्जए’ प्रमोगों के ज़रयए हभने कुछ ववर्मों ऩय फातचीत की.

    गुवाहाटी जसेै छोटे से िहय भें फेहद ववऩयीत ऩरयन्स्थनतमों के चरते बी — सेवा प्रदाताओॊ, शिऺकों, वप्र ॊशसऩरों औय स्कूर भाशरकों से फने एक कभिठ तॊत्र को — सबी के शरए अच्छी गुणवत्ता वारी शिऺा के हभाये शभरकय देखे हुए सऩने को ऩयस्ऩय फचाए यखने, फढ़ाने औय सहाया देने के शरए, अऩनी अरग अरग ऺभताओॊ भें अऩना सविशे्रष्ठ मोगदान देते हुए देखना वाकई ट्टदर को छू जाने वारा था.

    सम्ऩादकीम: असभ डामयी NISA सेिेटेरयएट

    र्चत्र: असभ वकि िॉऩ के दौयान नीसा स्कूर रीडसि से फातचीत कयते कृष्णाभचायी श्रीकाॊत

    http://www.nisaindia.org/http://www.nisaindia.org/newsletter/v01i03-english.pdfhttp://nisaindia.org/membership

  • खॊड १ | बाग ३ | ऩषृ्ठ २/४

    अपोडेफर स्कूशरॊग कभेंडेफर रननिंग

    फ़ीचय: आयटीई २.०: सॊिोधनों ऩय आभ सहभनत

    आयटीई प्रेटफ़ॉभि

    सबी कऺाओॊ के फच्चों के सीखने के ऩरयणाभों भें सार-दय-सार आती र्गयावट, २% से बी कभ सयकायी-मोग्मताप्राप्त शिऺकों का टीईटी ऩास कय ऩाना, फि ेस्तय ऩय ननजी स्कूरों का फॊद होना — ऐसे अनॊत उदाहयण हभने देखे हैं, जहाॉ शिऺा के अर्धकाय (आयटीई) ने शसपि फच्चों को शिऺा तक ऩहुॉचाने (औय कबी तो वह बी नहीॊ) का काभ ककमा है.गुणवत्ता, सभता, ववकल्ऩ/चमन, जवाफदेही, स्वामत्तता, स्वतॊत्रता, ऩरयणाभ — मे सफ वतिभान ऩरयद्रष्म भें वास्तववकता से कोसों दयू हैं.

    इन ऩरयपे्रक्ष्मों को बववष्म के शिऺा तॊत्र भें राने के उदे्दश्म से बायत के कुछ अग्रणी शिऺाववदों ने चाय घॊटों की एक फठैक भें ट्टहस्सा शरमा, औय आयटीई काननू भें राए जा सकने वारे ऐसे सॊिोधनों ऩय फातचीत की, जो सबी के शरए गुणवत्ता-मकु्त शिऺा सुननन्श्चत कय सकें .

    आयटीई २.०: सॊिोधनों ऩय आभ सहभनत नाभक मह गोरभेज़ सम्भरेन, भौज़दूा व्मवस्था भें से कभज़ोय कड़िमों को ननकार कय, ‘क्मा काभ कयता है औय क्मा नहीॊ’ का ववश्रेर्ण कयके,

    वतिभान काननू भें उऩमकु्त सॊिोधन कयने के शरए सुझावों ऩय केन्डद्रत था. सेंटय फ़ॉय शसववर सोसाइटी (सीसीएस) औय आयटीई प्रेटफ़ॉभि द्वाया आमोन्जत इस योचक औय उच्चस्तयीम फठैक का सॊचारन अशभत कौशिक ने ककमा.

    आयटीई २.० के प्रनतबार्गमों भें आिीर् धवन, अवनी कऩयू, फीनू नामय, गुयचयण दास, जनै्स्भन िाह, कृनत बरुचा, रुईस शभयाॊडा, भीता सेनगुप्ता, ऩयी झवेयी, ऩाथि िाह, िैरेडद्र िभाि, िाॊतन ुगुप्ता, श्रनुतवप्रमा डारशभमा, सुबारक्ष्भी गाॊगुरी, स्वानत साहनी, तरुण चेरुकुयी, ववजम चड्ढा, ववभरा याभचॊद्रन, औय मिन्स्वनी शभत्तर जसेै नाभ िाशभर थे, न्जडहोंने (आयटीई) काननू की फायीककमों ऩय ववस्ताय से चचाि की, अऩने अनबुव साझा ककमे औय अऩने ववचाय साभने यखे.

    इस सम्भरेन का एक बाग ऽास कुछ ऐसे भुद्दों ऩय केन्डद्रत था, जो फजट प्राइवेट स्कूरों को फचाने औय फढ़ाने से जिु ेहुए ववशबडन ऩहरुओॊ — जसेै स्कूर भाडमताप्रान्प्त भानक, शिऺकों की मोग्मता औय प्रशिऺण, फ़ेर न कयने की नीनत (नो-

    ड़डटेंिन ऩौशरसी) आट्टद — ऩय चचाि का ववर्म थे.

    इस गोरभेज़ सम्भरेन के फाये भें कुछ ऩषृ्ठबूशभ इस ब्रॉग ऩय ऩट्टढ़ए: http://righttoeducation.in/blog/the-rte-blog/2014/07/01/re-writing-a-right-to-set-it-right

    इस सम्भरेन से ननकरे ऩरयणाभों के फाये भें इस ब्रॉग भें ऩट्टढ़ए: http://righttoeducation.in/blog/the-rte-blog/2014/07/16/rte-20-act-for-tomorrow

    सम्भेरन भें हुई चचािओॊ के राइव ट्वीट्स महाॉ ऩट्टढ़ए: www.twitter.com/theRTEplatform.

    र्चत्र: आयटीई २.० गोरभेज़ सम्भरेन भें प्रनतबागी

    आयटीई कानून के फाये भें आऩको सफसे ज्मादा कष्टकायी क्मा रगता है? भौज़ूदा कानून भें आऩ ऐसे कौनसे सॊिोधन राना चाहेंगे, न्जससे वह एक फेहतय कानून फन सके? ऐसे कौनसे फदराव हैं, न्जससे मह कानून सबी को एक सस्ती, सभान औय गुणवत्ताऩूणि शिऺा प्रदान कय सके?

    अऩने ववचाय www.righttoeducation.in/forums/suggest-rte-amendments ऩय दज़ि कयें .

  • ड़डज़ाइन न्स्प्रॊट नाभ के हफ्ते-बय चरे कामििभ के अॊतगित शिकागो मनूनवशसिटी के गे्रजएुट्स ने इॊटयनेिनर इनोवेिन कोप्सि (आईआईसी) फ़ेरोशिऩ ऩहर के तहत नीसा के साथ ट्टहस्सेदायी की. उडहोंने ऩवूी ट्टदल्री के कुछ नीसा स्कूरों के साथ शभरकय फीऩीएस भें गुणवत्ता-सुधाय ऩय काभ ककमा, औय अॊतत् मशूिकागो के ट्टदल्री कें द्र भें अऩने अनबुव प्रस्तुत ककमे.

    इस गहन कामििभ के तहत, आईआईसी फ़ेरोस ने चाय नीसा स्कूरों भें ऺेत्र अध्ममन ककमा, औय कई ट्टहतधायकों — अशबबावकों, शिऺकों, फच्चों, स्कूर भाशरकों — से फातचीत की, औय फीऩीएस से जिु ेहुए शिऺा ऺेत्र के तभाभ भुद्दों के ववशबडन ऩरयऩेक्ष्मों, औय उनकी साभने खिीचनुौनतमों के फाये भें सभझने की कोशिि की.

    उडहोंने फीऩीएस भें भौज़दूा वातावयण भें शिऺा की गुणवत्ता के भसरे ऩय बी कई सेवा प्रदाताओॊ औय स्टेट असोशसएिन रीडसि से सराह भिवया ककमा.

    इसके फाद, फ़ेरोस को दो टीभों भें फाॉट ट्टदमा गमा, जहाॉ उडहोंने

    स्कूरों से जिु ेदो ऽास भुद्दों — शिऺकों की अनऩुन्स्थनत औय अशबबावकों का फीऩीएस भें दी जाने वारी शिऺा भें मोगदान औय बागीदायी — के फाये भें ववस्तायऩवूिक र्च ॊतन-भनन ककमा. कामििभ का दसूया औय तीसया ट्टदन, इन भुद्दों को सुरझाने के शरए एक ऐसा प्रोटोटाइऩ भॉडर फनाने ऩय सभवऩित था, न्जसका इन स्कूरों भें चौथ ेट्टदन जा कय प्रमोग ककमा जा सके.

    शिऺकों औय स्कूर-अशबबावक बागीदायी से जिुे हुए भाभरे अध्ममन ककमे गए सबी स्कूरों भें र्च ॊता का ववर्म फनकय उबये.

    इनको सुरझाने के शरए दी गमी कुछ सराहों भें शिऺकों की अनऩुन्स्थनत ऩय ़ाफ ूऩाने के शरए उनकी उऩन्स्थनत का साविजाननक तौय ऩय स्कूरों भें चाटि के भाध्मभ से दिािना, औय फच्चों को स्कूरों भें दी जाने वारी शिऺा को एन्क्टववटी िीट मा

    डमज़ूरेटय के ज़रयमे अशबबावकों तक ऩहुॊचाना िाशभर था.

    अर्धक जानकायी महाॉ उऩरब्ध है: http://righttoeducation.in/blog/the-rte-blog/2014/07/29/ideating-at-sprint-speed.

    हभने शिकागो मनूनवशसिटी के ववर गोन्स्सन, जो कक बायत भें ड़डज़ाइन न्स्प्रॊट की अगुआई कय यहे हैं, से बी इस कामििभ के फाये भें ववस्ताय से फातचीत की. उनसे साऺात्काय के प्रभुख अॊि महाॉ उऩरब्ध हैं: http://righttoeducation.in/blog/the-rte-blog/2014/07/22/design-sprint-improving-education-quality-in-budget-private-schools.

    खॊड १ | बाग ३ | ऩषृ्ठ ३/४

    अपोडेफर स्कूशरॊग कभेंडेफर रननिंग

    कामि ऩय: नीसा के साथ मूशिकागो गे्रजएुट्स फीऩीएस भें गुणवत्ता सुधाय ऩय कामि ककमा नीसा सेिेटेरयएट

    प्र. आयटीई के तहत २५% आयऺण प्रावधान के अॊतगित ायीफ फच्चों को दी जाने वारी भुफ्त शिऺा के शरए शभरने वारे पॊ ड्स का ट्टहसाफ ककताफ कैसे यखें? बानु जनै, याजस्थान उ. याजस्थान याज्म भें प्रनत-फच्चा सयकाय रु १०,००० साराना (ऩय-चाइल्ड कॉस्ट) खचि कयती है. याजस्थान सयकाय इस याशि, मा स्कूर द्वाया री गमी असर फ़ीस (दोनों भें से जो बी कभ हो) का, २५% आयऺण ननमभ के अॊतगित दाखखर हुए फच्चों के शरए, ऩयूा बुगतान स्कूर को कयेगी. मह याशि स्कूर को अक्टूफय औय जनू के भहीनों भें दो ककस्तों भें दी जामेगी.

    प्र. अगय अशबबावक फच्चों को स्कूर न जाने दें, तो क्मा कामिवाही की जा सकती है? योहन भेव्रानी, भहायाष्र

    उ. आयटीई काननू का सेक्िन १० मह कहता है कक हय भाॉ-फाऩ मा अशबबावक की मह न्ज़म्भेदायी फनती है कक वह अऩने फच्चे मा सॊयऺण भें यह यहे फच्च े(जसैा बी राग ूहो) को ऩिोस के प्राथशभक स्कूर भें दाखखरा ट्टदराएॊ मा ट्टदराने के शरए अनकूुर ऩरयन्स्थनतमाॉ आमोन्जत कयें. अगय कोई बी भाॉ-फाऩ मा अशबबावक इस न्ज़म्भेदायी को ऩयूा नहीॊ कयते हुए ऩाए जाते हैं, तो इस भाभरे की सूचना भहायाष्र याज्म फार अर्धकाय सॊयऺण आमोग (भहायाष्र स्टेट कभीिन पॉय प्रोटेक्िन ऑफ़ चाइल्ड याइट्स, एभएससीऩीसीआय) को दी जा सकती है. इसकी ऩयूी जानकायी महाॉ उऩरब्ध है: http://righttoeducation.in/resources/states/maharashtra/maharashtra-state-commission-for-protection-of-child-rights.

    ़ानूनी सराह रें: रीगर फाउॊ ड्रीज़ आईजन्स्टस औय आयटीई प्रेटफ़ॉभि

    रीगर फाऊॊ डयीज़ आऩके आयटीई औय ननजी स्कूरों से जिुे सबी प्रश्नों का उत्तय है, चाहें आऩ स्कूर एडशभननस्रेटय, भाशरक मा अशबबावक हों.

    ़ाननूी वविेर्ऻ औय आईजन्स्टस अर्धवक्ता प्रिाॊत नायॊग से सराह भिवया कयके हभ भुफ़्त ़ाननूी सराह औय याम देते हैं.

    अऩने प्रश्न [email protected] ऩय बेजें. अऩनी फात साफ़ औय सॊक्षऺप्त यखें औय िीर्िक भें: ‘रीगर फाऊॊ डयीज़ —नीसा प्रश्न’ शरखें.

    आऩ अऩने उत्तय महाॉ बी प्राप्त कय सकते हैं: www.righttoeeducation.in/ask-a-question.

    र्चत्र: आईआईसी टीभ औय नीसा सदस्म मशूिकागो के ट्टदल्री कें द्र भें फातचीत कयते हुए

    mailto:[email protected]?subject=Legal%20Boundaries%20-%20NISA%20Query

  • /theRTEplatform SpontaneousOrder.in

    ए ६९. हौज़ ऽास, नमी ट्टदल्री ११००१६ बायत | +९१ ११ २६५३७४५६, ९८९९४८५६६७, ८१३०५६२७०२ www.nisaindia.org | [email protected] सेंटय पॉय शसववर सोसाइटी की एक ऩहर

    /RightToEducation theRTEplatform /company/Centre-for-Civil-Society

    खॊड १ | बाग ३ | ऩषृ्ठ ४/४

    अपोडेफर स्कूशरॊग कभेंडेफर रननिंग

    याष्रीम शिखय सम्भरेन | २७-२८ शसतम्फय २०१४, नई ट्टदल्री स्कूर रीडसि सन्म्भट (एसएरएस) NISA की तीसयी वावर्िक स्कूर रीडसि सन्म्भट ट्टदल्री भें इॊड़डमा इॊटयनेिनर सेंटय भें आमोन्जत की जा यही है. फीऩीएस के शरए ऩऺसभथिन के ववर्म ऩय, एसएरएस २० याज्मों के ववववध ट्टहत-सभहूों का प्रनतननर्धत्व कयते हुए ववशबडन ट्टहतधायकों — ननवेिकों, ववचायकों, सेवा-प्रदाताओॊ, सस्ते ननजी स्कूरों के भाशरकों औय ननजी स्कूर असोशसएिन अध्मऺों — को एक भॊच ऩय साथ राकय फीऩीएस के साभने खिी चनुौनतमों औय उनसे जिु ेभुद्दों ऩय ववस्ताय से चचाि कयने का भौका देगी .

    शिखय सम्भरेन भें तीन सत्र होंगे: फीऩीएस की तयप सयकायी दृन्ष्टकोण फीऩीएस के सभऺ येगुरेटयी चनुौनतमाॉ भीड़डमा औय फीऩीएस

    सम्भरेन के ठीक फाद, नई ट्टदल्री वाईएभसीए भें नीसा की वर्ि २०१४ की दसूयी याष्रस्तयीम फठैक होगी, जहाॉ असोशसएिन रीडसि वऩछरी फठैक से अफ तक की गमी प्रगनत ऩय चचाि कयेंगे, सभस्माओॊ को सभझेंगे औय फाकी फचे हुए सार के शरए एक ऩरयमोजना तैमाय कयेंगे.

    अर्धक जानकायी www.nisaindia.org/sls2014 ऩय उऩरब्ध है. यन्जस्रेिन जायी है. इडहें शरखें: वप्रमॊका आनॊद चड्ढा: [email protected], +91 85888 56551 बफबूनत बायद्वाज: [email protected], +91 98994 85667

    आमोजन NISA सेिेटेरयएट

    सभाचाय आयटीई प्रेटफ़ॉभि

    Hindustan Times | 5 August 2014

    25% of city’s schools have minority status http://www.hindustantimes.com/punjab/chandigarh/25-of-city-s-schools-have-minority-status/article1-1248301.aspx The New Indian Express | 7 August 2014

    ‘Parents shouldn’t be burdened http://www.newindianexpress.com/cities/bangalore/‘Parents-Shouldn’t-Be-Burdened’/2014/08/02/article2360795.ece Times of India | 25 July 2014

    37 ‘unrecognized’ schools under education department scanner http://timesofindia.indiatimes.com/city/nagpur/37-unrecognized-schools-under-education-department-scanner/articleshow/38986875.cms Times of India | 18 July 2014

    Schools unhappy with RTE provisions http://timesofindia.indiatimes.com/city/nagpur/Schools-unhappy-with-RTE-provisions/articleshow/38568835.cms Times of India | 15 May 2014

    District administration to shut down 36 unaffiliated schools http://timesofindia.indiatimes.com/city/noida/District-administration-to-shut-down-36-unaffiliated-schools/articleshow/35132750.cms

    सवार: क्मा शिऺा नन्िलु्क होनी चाट्टहए? NISA सेिेटेरयएट

    अननवामि औय निशुल्क फार शिऺा का अर्धकाय (आयटीई) काननू सयकायी स्कूरों भें फच्चों को कयदाताओॊ के ऩसेै से तभाभ भुफ्त प्रावधान (भसरन दाखखरे, शिऺा, कॊ प्मटूय शिऺा, क़ताफें औय शिऺा साभग्री, वदी, भाध्माह्न बोजन औय येरव ेऩास तक बी) भुहैमा कयाता है. कपय बी, (ASER-जसेै) तभाभ सवेऺण, अशबबावकों भें अऩने फच्चों को (कभ) पीस-रेने वारे ननजी स्कूरों भें बेजने की तयप फढ़ते रुझान के फाये भें फताते हैं.

    क्मा आऩने कबी सोचा है क्मों? अऩने ववचाय हभें [email protected] ऩय बेजें.

    सौजडम:

    र्चत्र: एसएरएस २०१३ भें नीसा सदस्म

    र्चत्र: भहायाष्र भें स्कूर

    NISA की उऩन्स्थनत आडर प्रदेि, अरुणाचर प्रदेि, असभ, बफहाय, ट्टदल्री, गोआ, गुजयात, हरयमाणा, ट्टहभाचर प्रदेि, जम्भ-ूकश्भीय, कणािटक, भध्म प्रदेि, भहायाष्र, ओड़डिा, ऩॊजाफ, उत्तयाखण्ड, उत्तय प्रदेि, याजस्थान औय शसन्क्कभ भें है.

    http://www.youtube.com/theRTEplatformhttp://www.spontaneousorder.in/http://www.nisaindia.org/http://www.nisaindia.org/mailto:[email protected]://www.ccs.in/http://www.facebook.com/righttoeducationhttp://www.twitter.com/therteplatformhttp://www.linkedin.com/company/centre-for-civil-societyhttp://www.righttoeducation.in/