8
2 दीषॊत सभषयोह 4 फड -वषचॊग स 6 .क.े..सॊ. 3 बेडषघषट की मषष 5 बोज भहोसव 4 अन हभेशष फडे सऩने देख ! स वषय को अऩनषकय सदभषगड ऩय आगे फढ़े डॉ. सुधष शभष, सदम कीम म कय फोडड ने नवऩदोत सहषमक आमकय आमु को मही सरषह दी| दीषॊत सभषयोह भ अऩने सॊफोधन भ उहने उन ऩरयवतडन को येखषॊकत कमष जो नए अचधकषरयम के ऱऩ भ उनकी बूमभकष को बषववत कयगे | उहने कहष क नए अचधकषरयम को ढ़तनमी फननष होगष, अनुकयणीम उदषहयण तुत कयने हगे तथष अऩने सहमोचगम को गरत यषते ऩय जषने से योकनष होगष | वबषग भ अऩने रॊफे अनुबव के आधषय ऩय उहने जीवन भ भूम औय नैततकतष के भहव ऩय फर ददमष| यष..क.अ. पषयष तैमषय कए गए मशण कषमडभ की सयषहनष कयते ह ए उहने नए अचधकषरयम को मषद दरषमष कक उह फदरते ह ऩरयवेश को अनुक र फनषने औय अम सबी को इस कमष के मरए तै मषय कयने के मरए कडी भेहनत कयनी होगी| नवऩदोनत सहषमक आमकय आमु कष दीषॊत सभषयोह हभषये ववषय ही ऩरयथततम को जभ देते ह औय कसी म कष रय उसके सभ ववषय कष ही आईनष होतष है | उहने वतडभषन सषभषजक ऩरयम भ सकषयषभक ववषय के भहव को उजषगय कमष मकक अछे ववषय से ही अछे ऩरयवेश कष स जन होतष है औय मही आज के सभम की सफसे फडभषॊग है | उहने ततबषचगम को रोक सेवक के ऱऩ भ उनके कतडम को तनबषने कष औय कयदषतषओॊ से सभषनजनक मवहषय कयने की आवमकतष कष भयण कयषमष | उहने सपर अचधकषयी फनने के भॊ के ऱऩ भ मषग कयने , कडी भेहनत कयने , अऩने अहॊ” को तनमॊत कयने , रोबन से फने तथष “न” कहने कष सषहस यखने की सरषह द| खॊड 4 अॊक 8 अगत, 2012 ऩृस 1 फढ़ते कदभ यषहीम कय अकषदभी

फढ़त / कदभnadt.gov.in/writereaddata/MenuContentImages/augusthindi... · 2018-03-23 · फडड-वषच 2ग सत्र 4 बज भहत्सव प्र.क.ऺ.प्र.स

  • Upload
    others

  • View
    8

  • Download
    0

Embed Size (px)

Citation preview

  • 2 दीऺषॊत सभषयोह

    4 फडड-वषच ॊग सत्र 6 प्र.क.ऺ.ेप्र.सॊ.

    3 बेडषघषट की मषत्रष

    5 बोज भहोत्सव

    4 अनुबूतत

    ‘हभेशष फड ेसऩने देखें! सुवव षयों को अऩनषकय सद भषगड ऩय आगे फढ़े’ डॉ. सधुष शभषड, सदस्म कें द्रीम प्रत्मऺ कय फोडड ने नवऩदोन्नन्नत सहषमक आमकय आमकु्तों को मही सरषह दी| दीऺषॊत सभषयोह भें अऩने सॊफोधन भें उन्नहोंने उन ऩरयवतडनों को येखषॊककत ककमष जो नए अचधकषरयमों के रूऩ भें उनकी बमूभकष को प्रबषववत कयेंगे | उन्नहोंने कहष कक नए अचधकषरयमों को दृढ़तनश्चमी फननष होगष, अनकुयणीम उदषहयण प्रस्ततु कयने होंगे तथष अऩने सहमोचगमों को गरत यषस्त े ऩय जषने से योकनष होगष | ववबषग भें अऩने रॊफ ेअनबुव के आधषय ऩय उन्नहोंने जीवन भें भलू्मों औय नतैतकतष के भहत्व ऩय फर ददमष| यष.प्र.क.अ. द्रषयष तमैषय ककए गए प्रमशऺण कषमडक्रभ की सयषहनष कयत े हुए उन्नहोंने नए अचधकषरयमों को मषद ददरषमष कक उन्नहें फदरत े हुए ऩरयवेश को अनकूुर फनषने औय अन्नम सबी को इस प्रकक्रमष के मरए तमैषय कयने के मरए कडी भेहनत कयनी होगी|

    नवऩदोन्ननत सहषमक आमकय आमकु्तों कष दीऺषॊत सभषयोह

    हभषये वव षय ही ऩरयस्स्थततमों को जन्नभ देत ेहैं औय ककसी व्मक्तक्त कष रयत्र उसके सभग्र वव षयों कष ही आईनष होतष है | उन्नहोंने वतडभषन सषभषस्जक ऩरयदृश्म भें सकषयषत्भक वव षयों के भहत्व को उजषगय ककमष क्मोंकक अच्छे वव षयों से ही अच्छे ऩरयवेश कष सजृन होतष है औय मही आज के सभम की सफसे फडी भषॊग है| उन्नहोंने प्रततबषचगमों को रोक सेवक के रूऩ भें उनके कतडव्म को तनबषने कष औय कयदषतषओॊ स ेसम्भषनजनक व्मवहषय कयने की आवश्मकतष कष स्भयण कयषमष | उन्नहोंने सपर अचधकषयी फनने के भॊत्र के रूऩ भें ‘त्मषग कयने, कडी भेहनत कयने, अऩने ”अहॊ” को तनमॊत्रत्रत कयने, प्ररोबनों से फ ने तथष “न” कहने कष सषहस यखन’े की सरषह दी|

    खॊड 4 अॊक 8 अगस्त, 2012 ऩषृ्ठ 1

    …फढ़त े कदभ

    यषष्डीम प्रत्मऺ कय अकषदभी

  • श्रोतषओॊ को डॉ सधुष शभषड कष ऩरय म श्री उज्जज्जवर ौधयी, भहषतनदेशक यष.प्र.क.अ. ने ददमष| उन्नहोंने नवऩदोन्नन्नत सहषमक आमकय आमकु्तों को कय-प्रशषसकों की शऩथ बी ददरवषई| इस कषमडक्रभ के ऩषठ्मक्रभ तनदेशक श्री एस.एस.कल्मषण, सॊमकु्त तनदेशक, यष.प्र.क.अ.ने प्रमशऺण कषमडक्रभ की सववस्तषय रयऩोटड प्रस्ततु की| उन्नहोंने फ ै कष प्रोपषइर बी प्रस्ततु ककमष|

    नवऩदोन्नन्नत सहषमक आमकय आमकु्तों के 2012 के फ ै भें

    कुर 169 (151ऩरुूष औय18 भदहरषएॊ) प्रमशऺणषथी हैं

    स्जनकी औसत आम ु46-50 वषड के फी है| मे प्रमशऺणषथी

    उत्तय भें दहभष र से रकेय दक्षऺण भें केयर तक तथष

    ऩस्श्चभ भें गजुयषत से रेकय ऩवूड भें ऩस्श्चभ फॊगषर औय

    असभ तक रगबग 14 ऺते्रों औय देश भें फोरी जषने वषरी

    रगबग सबी प्रभखु भषतबृषषषओॊ कष प्रतततनचधत्व कयतें हैं |

    फ ै भें 112 प्रमशऺणषथी स्नषतक औय 56 स्नषतकोत्तय हैं|

    इनभें से 60 ववऻषन, 42 वषणणज्जम तथष 37 करष एवॊ 21

    ववचध सॊफॊधी ववषमों की ऩषृ्ठबमूभ से हैं तथष 6 एभ.फी.ए., 6

    इॊजीतनमय औय 1 आककड टेक्ट है|

    इन्नहें आमकय ववबषग भें औसतन 20 वषड कष कषमड कयने

    कष अनबुव प्रषद्ऱ है| सशु्री बषस्वती टजी अय्मय औय श्री

    वववेक गरुषटी ने यष.प्र.क.अ. भें तीन भषह के इस प्रमशऺण

    के मरए हषड औय सॊतोष की अमबव्मक्तक्त की| उन्नहोंने कहष

    कक मह प्रमशऺण उनके मरए एक व्मक्तक्तगत ुनौती थष

    स्जसके भषध्मभ स ेउन्नहें तीन भहीने कषभ से अरग हटकय

    दफुषयष आत्भऩरय म औय आत्भसधुषय कयने कष सअुवसय

    प्रषद्ऱ हुआ| श्रीआय. यवव ॊद्रन, अऩय भहषतनदेशक-|| ने

    कषमडक्रभ की उऩरस्धधमों तथष कषमडक्रभ की सभषतद्ऱ ऩय

    प्रमशऺणषचथडमों से अऩेऺषओॊ कष उल्रखे ककमष|

    डॉ सधुष शभषड ने ववमबन्नन ववषमों औय अन्नम

    प्रततमोचगतषओॊ भें सवोत्तभ प्रदशडन कयने वषरे

    प्रमशऺणषचथडमों को स्वणड ऩदक एवॊ प्रभषणऩत्र ववतरयत

    ककए| श्री वववेक गरुषटी को सवोत्तभ अकषदमभक प्रदशडन

    के मरए भहषतनदेशक स्वणड ऩदक प्रदषन ककमष गमष|

    “प्रत्मऺ कय की सदै्षॊततक अवधषयणषएॊ एवॊ व्मषवहषरयक

    अनपु्रमोग तथष सॊफद् कषयोफषयी ववचध; अन्नवेषण, रयऩोटड

    प्रषरूऩण एवॊ ववत्तीम प्रफॊधन की प्रकक्रमष/तकनीकें ;

    आमकय ववबषग भें प्रफॊधन एवॊ प्र षरन;स ूनष एवॊ

    सॊ षय प्रौद्योचगकी” ववषमों ऩय सवोत्तभ अकषदमभक

    प्रदशडन के मरए भहषतनदेशक स्वणड ऩदक क्रभश: सी.

    वव ॊसेंट जोसेप, श्री वववेक गरुषटी, श्री ववनोद के.

    बषस्कयन औय सशु्री बषस्वती टजी को प्रदषन ककमष

    गमष| सशु्री बषस्वती टजी ने यषजबषषष अचधकषयी ऩदक

    बी प्रषद्ऱ ककमष श्री सस्जत कुभषय ने टीभ-बषवनष ऩदक

    प्रषद्ऱ ककमष ।

    फषऩट हषउस ने खेरों भें उत्कृष्ट सवडतोभखुी प्रदशडन के

    मरए यॉमर ॊग ट्रॉपी जीती| सषॊस्कृततक गततववचधमों भें

    उत्कृष्ट सवडतोभखुी प्रदशडन के मरए यॉमर ॊग ट्रॉपी फषदषभी

    औय गणऩतत हषउस को सॊमकु्त रूऩ से प्रदषन की गई|

    खॊड 4 अॊक 8 अगस्त, 2012 ऩषृ्ठ 2

  • अकषदभी भें हषउसों के नषभ प्रमशऺण ऩयुोधषओॊ के नषभ

    ऩय यखे गए हैं|

    कषमडक्रभ के अॊत भें श्री एन.शॊकयन, अऩय

    भहषतनदेशक–| ने धन्नमवषद ऻषऩन प्रस्ततु ककमष| सशु्री

    ऩनूकोडी तथष श्री अमभत कदभ ,प्रमशऺु अचधकषयी,65वषॊ

    खॊड 4 अॊक 8 अगस्त, 2012 ऩषृ्ठ 3

    एडवें य क्रफ द्रषयष बेडषघषट की मषत्रष कष आमोजन

    फ ै, बषयषसे ने कषमडक्रभ कष सॊ षरन ककमष |श्री जी.जी.

    शकु्रष,बतूऩवूड भहषतनदेशक,यष.प्र.क.अ. तथष आमकय

    ववबषग औय अन्नम सॊगठनों से आभॊत्रत्रत आमकय आमकु्तों

    ओय अन्नम वरयष्ठ अचधकषरयमों ने इस अवसय ऩय अऩनी

    उऩस्स्थतत से कषमडक्रभ की शोबष फढ़षई|

    एडवें य क्रफ ने धुआॊधषय वॉटयफ़ॉर देखने के मरए बेडषघषट की सषहमसक मषत्रष कष आमोजन ककमष | जफरऩयु ऩहुॉ ने के मरए शकु्रवषय यषत को फस से मषत्रष कष शबुषयॊब ककमष गमष | जफरऩयु ऩहुॉ ने के फषद प्रमशऺ ुअचधकषरयमों ने धआुॊधषय ौक तक जषने के मरए फस ऩकडी औय वहषॉ ऩहुॉ कय गषॉव जषने के मरए फषरयश के सहुषने भौसभ भें 5 ककरोभीटय ऩदैर मषत्रष की |

    गषॉव ऩहुॉ ने के फषद प्रमशऺ ुअचधकषरयमों ने जरप्रऩषत के फषये भें ऩछूतषछ की औय एक ककरोभीटय औय रे तथष जरप्रऩषत तक ऩहुॉ े| नभडदष कष प्रवषह इतनष तीव्र थष कक जरप्रऩषत उसभें ऩणूडत: तनभग्न हो गमष थष| गयजती हुई नदी को देखनष एक फहुत ही योभषॊ क अनबुव थष | ककनषये ऩय कुछ सभम त्रफतषने के फषद प्रमशऺु अचधकषरयमों ने ऩषस के गषॉव भें जषकय कुछ खयीदषयी की औय जरप्रऩषत के ऊऩय स े केफर कषय भें मषत्रष बी की | उन्नहोंने नदी के दसूयी तयप स्स्थत भषफडर यॉक बी देख े

    औय शषभ को जफरऩयु वषऩस रौट आए|

    जफरऩयु आकय वे गोंड-यषनी दगुषडवती द्रषयष फनवषए गए सपु्रमसद् भदनभहर को देखने गए स्जसकी खषमसमत मह है कक एक ही ववशषर मशरषखॊड के सहषये से फनषमष गमष है औय इससे ऩयेू शहय कष फहुत ही खूफसयूत नजषयष देखने को मभरतष है| उन्नहोंने सपु्रमसद् सॊतरुक मशरषखॊड बी देखे | इस तयह शषभ 6 फजे जफरऩयु की अल्ऩकषरीन मषत्रष अऩने अॊततभ ऩडषव ऩय ऩहुॉ ी औय नषगऩयु वषऩस आने की तमैषयी की जषने रगी

    मह अनऩेक्षऺत रूऩ से एक फहुत ही योभषॊ क दौयष यहष ऩय ऩयन्नत ु इस फषत कष ववशषे रूऩ से उल्रेख ककमष जषनष जरूयी है कक ूॊकक इस ऩय स्थषन येर से आसषनी से नहीॊ ऩहुॊ ष जष सकतष है इसमरए प्रमशऺु अचधकषरयमों को फस से मषत्रष कयनी ऩडी जो बषयी फषरयश से खयषफ हो ुकी सडकों के कषयण कषपी असवुवधषजनक यहष|

  • अनुबूतत

    फडड-वषच ॊग सत्र यष.प्र.क.अ. के प्रमशऺु अचधकषरयमों के ने य औय वषइल्ड रषइप क्रफ ने अकषदभी ऩरयसय भें ही एक फडड-वषच ॊग सत्र कष आमोजन ककमष| नषगऩुय के सुप्रमसद् फडड वॉ य औय पोटोग्रषपय डॉ. तसे्जॊदय मसॊह यषवर ने फडड-वषच ॊग के मरए उनकी खोज भें प्रमशऺु अचधकषरयमों कष भषगडतनदेशन ककमष|

    फहुत सी षड-ऩरय षडएॉ हुई स्जन्नहोंने ऩक्षऺमों औय उनकी तनवषस की आदतों ऩय प्रकषश डषरष | रुद्ऱप्रषम प्रजषततमों औय उनके फषये भें जषगरूकतष रषए जषने की जरूयत तथष प्रवषसी प्रजषततमों ऩय बी वव षय-ववभशड ककमष गमष|

    भ्रभण के दौयषन तनम्नमरणखत ऩक्षऺमों को देखष गमष: जॊगर फैफरय, धरैक ड्रोंगो, रषर तनकषर फुरफुर, भैनष, एमशमषई ववच त्र स्टषमरिंग, ओरयएॊटर अधेरष यॉत्रफन, ओरयएॊटर भधुफषज, कषरी ीर, मशकयष , फैंगनी सनफडड, एक प्रकषय की रषर स्पीतत वषरष ऩऺी, सपेद छषती वषरी ककॊ गकपशय, कॉऩय स्स्भथ फषयफेट, शल्की भुतनमष, ग्रीन फी बऺक, गुरषफी क्रषकषय तोतष, कतदेषय डव औय रॉकपॊ ग डव |

    सॊगीत ददर की धडकन की तयह है| सॊगीत ईश्वय तक ऩहुॉ ने कष भषध्मभ है औय बषयतीम सॊगीत बषयतीम सॊस्कृतत की आत्भष है| सषॊस्कृततक सॊध्मष ‘अनबुतूत’ इन्नहीीँ बषवों की अमबव्मक्तक्त थी| ऩॊक्तडत केशव चग ॊड े एक सपु्रततवष्ठत फषॉसयुी वषदक हैं| वह ववश्व रयकॉडड "केशव वेणु " 3.5 (+) अष्टकों वषरी फषॊसयुी के आववष्कषयक हैं| ऩॊक्तडत चग ॊड े केवर एक फषॉसयुी वषदक ही नहीॊ फस्ल्क फहुभखुी प्रततबष के धनी व्मक्तक्त हैं |वे भदृॊगभ बी फजषत े हैं औय 6 सषर की उम्र स ेबजन गषमन बी कय यहे हैं| उन्नहोंने

    पग्मूडसन कॉरेज, ऩणेु से अऩनी मशऺष ऩयूी की है| वह देश भें औय सॊमकु्त यषज्जम अभेरयकष, फ्षॊस, जभडनी, नीदयरैंड औय जषऩषन जैसे ववदेशों भें फषॉसयुी वषदन के औऩ षरयक प्रमशऺण से जुड ेहुए हैं| ऩॊक्तडत जी ने फषॉसयुी वषदन की भॊत्रभगु्ध कय देने वषरी प्रस्ततुत की स्जसभें ऩॊक्तडत आजषद ने तफरे ऩय उनकष सषथ ददमष| इस फेजोड जगुरफॊदी ने प्रमशऺ ुअचधकषरयमों की स्भतृत भें एक अमभट छषऩ छोडी| ऩॊक्तडत चग ॊड ेगषमकी शरैी भें फषॊसुयी फजषत ेहैं| उन्नहोंने, अवसय के अनुकूर यषग भल्हषय प्रस्तुत ककमष| मह यषग वषषड के आगभन से सभग्र भमरनतष के प्रवषदहत हो जषने कष सॊकेत है औय प्रकषयषॊतय से भन औय आत्भष के ऩरयभषजडन कष प्रतीक है|

    खॊड 4 अॊक 8 अगस्त, 2012 ऩषृ्ठ 4

  • अकषदभी भें बोज भहोत्सव

    खॊड 4 अॊक 8 अगस्त, 2012 ऩषृ्ठ 5

    इस भषनसनू भें यष.प्र.क.अ. दो पुहषयों से सयषफोय हुई एक जो फषदरों से आई औय दसूयी अचधकषयी भसै से| जी हषॊ अकषदभी भें “क्तड्रजर” नषभ से भषनसनू बोज भहोत्सव भनषमष जष यहष है| “क्तड्रजर” हय सद्ऱषह अकषदभी को बषयत के ववमबन्नन बषगों के रजीज जषमकों से भहकष यहष है| फयखष की ऩहरी पुहषय ऩय मह बषयत के ऩस्श्चभी ऺेत्र के भजेदषय औय शषही स्वषद रकेय आमष | नषश्त े भें गजुयषती, दोऩहय के बोजन भें यषजस्थषनी औय यषत के खषने भें भयषठी व्मॊजन ऩयोस ेगए| महषॉ सबी जषमकों कष सभेुर देखने को मभरष औय हभने तफ्रष, भषॊडवी, ऩयूनऩोरी जैसे भीठे व्मॊजनों के सषथ कोल्हषऩयुी भटन जैसे भसषरेदषय व्मॊजनों कष आनॊद उठषमष | इस सीकय को रषने कष ऩयूष शे्रम इस उत्सव के आमोजकों को जषतष है| गजुयषत से ऩजूष ऩषयेख औय भनीष, यषजस्थषन स े दहततशष औय सत्म नषयषमण औय भहषयषष्ड से च न्नभम औय अमबजीत ने इस आमोजन को सपर फनषमष| दसूयी ऩषयी भें मह फूॊदष-फषॊदी बषयत के उत्तयी बषग से हुई| सफुह नषश्त ेभें दहभषरमी बोजन, दोऩहय के खषने भें ऩषयॊऩरयक ऩॊजषफी बोजन औय यषत के खषने भें कश्भीय औय उत्तय प्रदेश के रजीज औय अनोखे व्मॊजनों को खने कष भौ़ष मभरष | बोजन कयने वषरों के मरए हय सफुह भोभोज औय हये सेफों आदद के सषथ एक हैयत रेकय आई औय हय उत्तय प्रदेश औय शषभ कश्भीय के भटन मखनी, शषम्भी कफषफ, कहवष आदद जैसे ककस्भ-ककस्भ के स्वषददष्ट खषनों कष उऩहषय रेकय आई| मह ऩषयी ऩजूष हषरी, गरुजषय वषनी औय उनकी ऩत्नी नगभष की कडी भेहनत वजह से सॊबव हो ऩषई , स्जन्नहोंने यसोई की ऩयूी फषगडोय अऩने हषथ भें रेकय यषत कष रषजवषफ खषनष तमैषय ककमष | इसके अरषवष दोऩहय कष ऩॊजषफी बोजन गगन कुॊ द्रष औय यषजनवीय ने तमैषय ककमष | क्तड्रजर के तीसये यण भें बषयत के ऩवूी ऺेत्र के स्वषद से रूफरू होने कष भौ़ष मभरष| ददन की शरुूआत भें त्रफहषयी नषश्तष, उसके फषद दोऩहय भें उत्तभ उत्तय-ऩवूी बोजन औय यषत को भुॉह भें ऩषनी रे आने वषरष रजीज फॊगषरी खषनष ऩयोसष गमष| इस ददन कष भखु्म आकषडण उत्तय-ऩवूी ऺते्र से वॉनटन औय फॊगषर से सयसों भछरी थे | यषत के अद्भतु फॊगषरी खषने की व्मवस्थष कयने कष ऩयूष शे्रम यषजकुभषय घोष, सॊमकु्त तनदेशक औय मशफषॊकष दषस त्रफस्वषस को ददमष गमष| इस बोज भहोत्सव कष आमोजन अचधकषयी भसै की बोज उत्सव समभतत के सदस्म भचथवनन एस.ए. औय ऋजुरष उतनमषर के नेततृ्व भें ककमष जष यहष है| इस आमोजन ने तनस्श्चत रूऩ से भसै के बोजन की गणुवत्तष के स्तय को ऊॉ ष उठषमष है जहषॊ, अफ बषयतीम व्मॊजनों की सबी प्रभखु ककस्भ तमैषय की जष सकती हैं | इस आमोजन के भषध्मभ से प्रमशऺु अचधकषरयमों भें बी यसोई भें हषथ आजभषने के प्रतत रुच ऩदैष हुई है| मह उत्सव बषयतीम व्मॊजनों की ववमबन्नन ककस्भों को एक सषथ ऩेश कयने के मरए एक भहत्वऩणूड भॊ बी मसद् हुआ है| आने वषरे हफ्तों भें मह बषयत के दक्षऺणी ऺेत्र से औय उसके फषद बषयतीम सीभषओॊ से ऩये के अथषडत अॊतययषष्डीम जषमकों की पुहषय रेकय आएगष|

  • 30.07.2012 से 17.08.2012 तक “ववबषगीम ऩयीऺषओॊ के मरए अनसुचू त जषतत/अनसुचू त जनजषतत के उम्भीदवषयों के मरए ववशषे कोच ॊग”-उक्त 14 ददवसीम

    ऩषठ्मक्रभ कष उद्घषटन कयत े हुए श्री ऩी.फी.शकेयन,आमकय आमकु्त (ए) सेंट्रर-| ने अऩने स्वषगत उद्बोधन भें कहष कक मह ऩषठ्मक्रभ केवर अच्छे अॊकों से ऩयीऺष उत्तीणड कयने के मरए नहीॊ फस्ल्क ऩदीम कतडव्मों को तनबषने भें दऺतष प्रषद्ऱ कयने की दृवष्ट से बी उऩमोगी मसद् होगष| ऩषठ्मक्रभ के ऩहरे सषढ़े तीन ददन भें “उन्ननत रखेषकयण” ववषम ऩय सदै्षॊततक एवॊ ऩयीऺष उन्नभखु सत्रों ऩय फर ददमष गमष| 12.07.2012 को धषयष 36(1) (vii ए ) ऩय कषमडशषरष 12.07.2012 को प्र.क.ऺे.प्र.सॊ.की टीभ ने आमकय अचधतनमभ की धषयष 36(1)(vii ए) के उऩफधों ऩय त्रत्र ी भें एक ददवसीम षडत्भक कषमडशषरष कष आमोजन ककमष | इस ऩयेू कषमडक्रभ के अततचथ वक्तष डॉ. ऩी. के. श्रीहरय,अऩय आमकय आमकु्त,सषरेभ थे स्जन्नहोंने सषरेभ स्जरष सहकषयी फैंक के भषभरे भें अग्रणी कषमड ककमष है | उन्नहोंने प्रततबषचगमों को आमकय के सॊदबड भें फैंककॊग ऺेत्र के ववमबन्नन ऩहरओुॊ से अवगत कयषमष| इस सगुभ प्रमशऺण ऩषठ्मक्रभ कष सभषऩन श्री एभ. यवीन्नद्र सषईं, आमकय आमकु्त,त्रत्र ी ने ककमष| उन्नहोंने प्रततबषचगमों को प्रभषणऩत्र बी ववतरयत ककए| नव ऩदोन्ननत आमकय अचधकषरयमों के मरए अमबववन्नमषस ऩषठ्मक्रभ भषह के दौयषन रने वषरे उक्त 40 ददवसीम ऩषठ्मक्रभ कष सभषऩन 27.07.2012 को ककमष गमष| ऩषठ्मक्रभ के ऩषॉ वे सद्ऱषह भें श्रीभती सगुॊधभषरष,स.आ.आ. ने “रेखषओॊ की जषॉ ” ववषम ऩय कषमडशषरष आमोस्जत की; श्री शषजी जकेॉफ, अ.आ.आ. ने ”यषजस्व के ऩऺ भें ददएगए अप्रततवेददत तनणडम” ववषम ऩय सत्र मरमष; श्रीभती रूफी जॉजड अऩय तनदेशक (प्रमशऺण) ने “रखेष ऩयीऺष भें फषय-फषय होने वषरी गरततमषॊ” ववषम ऩय औय

    प्र.क.ऺ.ेप्र.सॊ. ैन्नने इसके अरषवष सॊग्रहण एवॊ वसरूी, प्रषचधकृत अचधकषरयमों की बमूभकष, ववत्त अचधतनमभ, 2012 तथष सषथ ही सषथ एभ. ए. टी. एवॊ ए. एभ. टी. ऩय बी सत्र मरए| तनधषडयण प्रकक्रमष ऩय सत्र रेत े हुए श्रीभती जमॊती कृष्णन,आमकय तनदेशक ने सभम-सीभष औय तनधषडयण प्रकक्रमष सॊफॊधी अन्नम प्रभखु त्रफ ॊदओुॊ ऩय प्रकषश डषरष| छठे सद्ऱषह भें प्रकक्रमषगत ऩहरओुॊ ऩय अचधक फर ददमष गमष जैसे रेखषऩयीऺषगत आऩवत्तमों कष तनयषकयण, तनमभ46ए की प्रषसॊचगकतष, कें द्रीम सॊवीऺष रयऩोटड एवॊ ऩेनल्टी–एक व्मषवहषरयक दृवष्टकोण, कय वसरूी, स्रोत ऩय कय कटौती, स्रोत ऩय कय सॊग्रह, धभषडथड न्नमषसों कष कय तनधषडयण , ऩनुतनडधषडयण ऩय कषमडशषरष , धमषज सॊफॊधी उऩफॊध, फमषनों को दजड कयनष, फदहमों की अस्वीकृतत-क्मष कयें औय क्मष न कयें, सवे – भषभरों की ऩह षन औय तनष्ऩषदन| सषतवें सद्ऱषह भें तकनीकी औय गयै-तकनीकी कौशरों ऩय मभरे-जुरे सत्र यखें गए |सीऩीसी,कें द्रीम यषजस्व,भलू्म वचधडत कय, अन्नवेषण, भलू्म अॊतयण आदद ऩय ककए गए तकनीकी सत्रों के सषथ-सषथ ”खषने की सही आदतें”,”अच्छष स्वषस््म”, “तनषव प्रफॊधन”, “सभम-प्रफॊधन” आदद ववषमों ऩय बी सत्र आमोस्जत ककए गए|आठवें औय अॊततभ सद्ऱषह भें अॊतययषष्डीम कयषधषन,स ूनष कष अचधकषय अचधतनमभ,पभों कष कय-तनधषडयण, रयऩोटें आदद ववषमों ऩय सत्र मरए गए| अॊततभ सद्ऱषह भें प्रत्मेक प्रततबषगी को अध्मषम VIए की ववतनददडष्ट धषयषओॊ ऩय औय सषथ ही सषथ केस ववचधमों ऩय एक ऩषवय प्वषइॊट प्रेजेंटेशन तमैषय कयने कष कषमड सौंऩष गमष| प्रततबषचगमों ने आमकय अऩीर प्रषचधकयण, ैन्नने कष दौयष ककमष औय वहषॉ की कषमडवषही को देखष | मोग, प्रबषवी सम्प्रेषण औय ऩषयस्ऩरयक सॊफॊधों ऩय सत्रों के सषथ ऩषठ्मक्रभ कष सभषऩन हुआ |श्री ई.एस. नगेंद्र प्रसषद,आमकय आमकु्त(सी ओ),ने अऩने दीऺषॊत सॊफोधन भें प्रततबषचगमों कष उत्सषहवधडन ककमष|

    खॊड 4 अॊक 8 अगस्त, 2012 ऩषृ्ठ 6

  • प्र.क.ऺ.ेप्र.सॊ.कोरकषतष ववमबन्नन ऺेत्रों स े प्रततवष्ठत व्मक्तक्तमों को ववमबन्नन ववषमों ऩय व्मषख्मषन देने के मरए आभॊत्रत्रत ककमष गमष| प्रततबषचगमों की सो के दषमयों को व्मषऩक फनषने के मरए आमकय से इतय ववषमों को बी ऩषठ्मक्रभ भें शषमभर ककमष गमष | डॉ ववकषश मसन्नहष प्रततवष्ठत वऻैषतनक औय ऩद्मबषूण प्रषद्ऱकतषड ने “बषयतीम ऩरयपे्रक्ष्म भें ववऻषन औय उद्योग कष इॊटयपेस” ववषम ऩय व्मषख्मषन ददमष| उच् नेटवथड वषरे व्मक्तक्तमों के कयषधषन ऩय ऩषठ्मक्रभ (18.07.2012 से 20.07.2012 तक ): बषयत भें वऩछरे कुछ वषों भें आचथडक ऺेत्र भें हुई प्रगतत ने उच् नेटवथड वषरे व्मक्तक्तमों की सॊख्मष भें भहत्वऩूणड ववृद् की है औय कयषधषन के ऺेत्र भें नई ुनौततमों ऩैदष की हैं | कयषधषन सॊफॊधी उक्त भुद्दों से तनऩटन े के मरए तनधषडयण अचधकषरयमों के ऻषन एवॊ कौशर को अद्यतन कयने हेतु एक तीन ददवसीम ऩषठ्मक्रभ कष आमोजन ककमष गमष| आ.उ.तन.औय आ.स.तन. के मरए तरषशी औय जधती ववषम ऩय ववशषे ऩषठ्मक्रभ(23.07.2012 to 24.07.2012 तक ): मह ऩषठ्मक्रभ प्र.क.ऺे.प्र.सॊ., कोरकषतष द्रषयष रषए जषने वषरे ववशषे ऩषठ्मक्रभों भें से एक है| इस ऩषठ्मक्रभ कष रक्ष्म सभहू अन्नवेषण औय कें द्रीम प्रबषय के आ.उ.तन.औय आ.स.तन. थ े औय उद्देश्म अचधकषरयमों को तरषशी सॊफॊधी भषभरे के अन्नवेषण औय भलू्मषॊकन रयऩोटड के रेखन सदहत तनधषडयण तकनीकों से ऩरयच त कयषनष थष| श्री जे.के.मभश्र , अऩय आमकय आमकु्त येंज -12, श्री सबु्रत सयकषय, आमकय आमकु्त XVII,कोरकषतष तनदेशक, प्र.क.ऺ.ेप्र.सॊ., कोरकषतष, श्रीभती के,फी, जनेष , सहषमक तनदेशक औय वऻैषतनक, सीएपएसएर, कोरकषतष तथष श्री ववऩरु कुॊ डमरमष,अचधवक्तष ऩषठ्मक्रभ के भखु्म व्मषख्मषनदषतष थ|े प्रततबषचगमों की दृवष्ट भें मह ऩषठ्मक्रभ एक उत्कृष्ट प्रमषस यहष| तनयीऺकों के मरए तरषशी औय जधती ऩय ववशषे ऩषठमक्रभ(25.07.2012 से 26.07.2012 तक ): अन्नवषेण वव ॊग के तनयीऺकों के मरए तरषशी औय जधती ऩय एक ववशषे ऩषठ्मक्रभ बी आमोस्जत ककमष गमष| हषरषॊकक इस ऩषठ्मक्रभ भें प्रकक्रमषगत बषग जैसे ऩॊ नषभष बयने ऩय औय ऩरय षरनगत बषगों जैसे ऑऩयेदटॊग मभरषन ऩय अचधक फर ददमष गमष थष| तरषशी औय सवेऺण कषमड के दौयषन तनयीऺकों की बमूभकष औय कषमों ऩय बी सववस्तषय वव षय-ववभशड ककमष गमष|

    खॊड 4 अॊक 8 अगस्त, 2012 ऩषृ्ठ 7

    नव ऩदोन्ननत सॊमकु्त आमकय आमकु्तों के मरए तकनीकी औय प्रफॊधन कौशर ववषम ऩय ऩषठ्मक्रभ (02.07.2012 से 06.07.2012 तक ) : सॊमकु्त आमकय आमकु्त के स्तय ऩय ऩदोन्ननतत होने ऩय ऩरय षरन स्तय स ेऩमडवेऺण स्तय ऩय बमूभकष ऩरयवतडन हो जषतष है| इस भध्मवती प्रफॊधन स्तय ऩय कषमडयत अचधकषरयमों को तकनीकी औय प्रफॊधकीम दोनों तयह के कौशरों की आवश्मकतष ऩडती है| जहषॊ एक ओय तकनीकी कौशर तनधषडयण सॊफॊधी सभस्मषओॊ कष सभषधषन कयने भें सहषमक मसद् होतष है वहीॊ प्रफॊधकीम कौशर सषधनों औय भषनव सॊसषधनों के फेहतय तयीके से उऩमोग की सभझ ववकमसत कयतष है| इन दोनों कष सषभॊजस्मऩणूड सभेुर होने ऩय इष्टतभ रक्ष्म ऩयेू ककए जष सकत े हैं| इसी फषत को ध्मषन भें यखत ेहुए इन अचधकषरयमों के मरए ऩषॊ ददवसीम ऩषठ्मक्रभ प्रषयम्ब ककमष गमष तषकक वे अऩनी नई बमूभकष को ऩह षन कय अऩने तकनीकी औय प्रफॊधकीम दोनों तयह के कौशरों को ववकमसत कय सकें | प्रफॊधकीम कौशर सॊफॊधी कुछ भदु्दे स्जन्नहें अन्नम फषतों के सषथ-सषथ ऩषठ्मक्रभ भें शषमभर ककमष गमष इस प्रकषय थ े: “कषमडगत नतैतकतष औय ऩषयस्ऩरयक सम्फन्नध “कषमडदरों औय टीभों कष तनभषडण”, “सभम औय तनषव प्रफॊधन , “वववषद प्रफॊधन” औय “नेततृ्व तथष पे्रयणष”| “कषमडदरों औय टीभों कष तनभषडण” ववषम ऩय श्री जषदहद गॊजी, प्रफॊधन ऩयषभशडदषतष द्रषयष सत्र मरमष गमष| श्री ववद्यषनॊद झष, प्रोफ़ेसय, आई.आई .एभ., कोरकषतष ने “नेततृ्व तथष पे्रयणष” सॊफॊधी ववषम ऩय व्मषख्मषन ददमष| श्री एस.एस.देवषसन, प्रफॊधन ऩयषभशडदषतष ने “सभम औय तनषव प्रफॊधन” ववषम ऩय वव षय व्मक्त ककए| “वववषद प्रफॊधन” सॊफॊधी सत्र रेत े हुए तनदेशक,प्र.क.ऺ.ेप्र.सॊ.,कोरकषतष ने ऐसे वषस्तववक उदषहयणों कष उल्रखे ककमष स्जनसे प्रततबषगी स्वमॊ को जुडष हुआ भहससू कय ऩषए| आमकय अचधकषरयमों के मरए प्रेयणषदषमक ऩरय षड : (16.07.2012): आमकय अचधकषरयमों के मरए मह कषमडक्रभ इस श्रृॊखरष के अॊतगडत आमोस्जत ककमष गमष दसूयष कषमडक्रभ है| श्रृॊखरष कष ऩहरष कषमडक्रभ अप्ररै के भहीने भें तनयीऺकों के मरए आमोस्जत ककमष गमष थष|

  • सेवष भें,

    प्र.क.ऺ.ेप्र.सॊ . भमु्फई “नव ऩदोन्ननत आमकय अचधकषरयमों के मरए अमबववन्नमषस ऩषठ्मक्रभ(फ ै-||): जून, 2012 से जषयी है| आमकय कषननू, रेखष आदद के अरषवष इस भहीने भें नकरी तरषशी औय आमकय अऩीर अचधकयण के एक ददन के दौये के भषध्मभ से व्मषवहषरयक जषनकषयी बी प्रदषन की गई| ऩषठ्मक्रभ को कषपी सयषहनष मभर यही है| नव ऩदोन्ननत आमकय अचधकषरयमों ने जो कौशर सीखें है उनसे उन्नहें तनधषडयण अचधकषरयमों के रूऩ भें अऩने कतडव्मों कष तनवडहन कयने भें फहुत भदद मभरेगी| गयै–तनगमभत प्रबषयों भें तनधषडयण अचधकषरयमों के मरए सॊगत प्रषवधषन” ववषम ऩय 07/09/2012 से 11/07/2012 तक आमोस्जत ककमष गमष ऩषठ्मक्रभ भखु्मत: गयै-तनगमभत प्रबषयों भें कषभ कयने वषरे उऩ आमकय आमकु्त स्तय तक के तनधषडयण अचधकषरयमों के मरए तमैषय ककमष गमष थष| इसकष उद्देश्म उन्नहें ववत्तीम वषड 2010-2011 के सॊगत प्रषवधषनों स ेअवगत कयषनष थष तषकक सभम -सीभष फद् तनधषडयणों को ऩयूष कयने के मरए उनकी ऺभतष को फढ़षमष जष सके| प्रततबषचगमों ने ऩषठ्मक्रभ की प्रशॊसष कयत ेहुए कषपी उत्सषहजनक

    खॊड 4 अॊक 8 अगस्त, 2012 ऩषृ्ठ 5

    एन ए डी ट्री टीभ सॊयऺक प्रफन्नध तनदेशक उज्जज्जवर ौधयी, आय. यवव न्नद्रन, भहषतनदेशक, एनएडीटी अऩय तनदेशक-II

    सऩषदकीम सदस्म: डॉ. यषजीव यषनषा्ड,े श्री यषजकुभषय घोष, सशु्री वी यजीतष, सशु्री जमश्री शभषड औय बषयतीम यषजस्व सेवष के 65 वें फ ै के अचधकषरयमों की टीभ। सुझषव एवॊ सू नष के मरमे सम्ऩकड कये: डॉ. यषजीव यषनषड,े अऩय तनदेशक (सॊकषम), यषष्डीम प्रत्मऺकय अकषदभी, तछन्नदवषडष योड, नषगऩुय-440030, टेरी/पैक्स 0712-2584350; ई-भेर– [email protected], [email protected]

    (भुद्रण एवॊ प्रकषशन इकषई, यष.प्र.क.अ., नषग्ऩुय द्रषयष यष.प्र..क.अ, नषगऩुय के मरमे प्रकषमशत)

    प्रततकक्रमष व्मक्त की| शमेय /धन/ऩण्म फषजषय ववषम ऩय 16.07.2012 से 18.07.2012 आमोस्जत की गई सॊगोष्ठी भें प्रततबषचगमों को ववत्तीम फषजषयों के ववमबन्नन भदु्दों जैसे शमेयों औय प्रततबतूतमों के रेनदेन के कयषधषन, शमेय फषजषय की भरू फषतें, पोयेक्स फषजषय, भदु्रष फषजषय, सयकषयी प्रततबतूत एवॊ ऋण मरखत, म्म ुुअर पॊ ड, ववत्तीम फषजषयों भें आचथडक अऩयषध, सेफी के ववतनमषभक ढषॊ े, ऩण्म फषजषय के कषमड आदद की जषनकषयी देने के मरए तमैषय की गई थी | सॊगोष्ठी कष सभषऩन श्री आय .के. गदु्ऱष, भखु्म आमकय आमकु्त -VII, भमु्फई के कय कभरों से हुआ |उऩ आमकय आमकु्त स्तय तक के अचधकषरयमों के मरए 23.07.2012 से 25.07.201 तक ‘अन्नवेषण तकनीकें औय तनधषडयण आदेशों की रूऩयेखष तमैषय कयनष’ ववषम ऩय ऩषठ्मक्रभ आमोस्जत ककमष गमष | इस ऩषठ्मक्रभ कष उद्घषटन श्री स्वतॊत्र कुभषय, भखु्म आमकय आमकु्त -VI, भुॊफई द्रषयष ककमष गमष| सम्भन' औय फषहयी स्रोतों स ेसषक्ष्म कष सॊग्रह कयने सॊफॊधी भदु्दों’ ऩय उनके द्रषयष मरमष सत्र प्रततबषचगमों के मरए एक अततरयक्त रषब थष|